भारत ने चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव का पहला विस्तृत भूवैज्ञानिक मानचित्र तैयार किया
चंद्रयान-3 मिशन की ऐतिहासिक सफलता!
यह मानचित्र चंद्र सतह की स्थलाकृति, गड्ढों और भूवैज्ञानिक इतिहास की महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान करता है
भारतीय वैज्ञानिकों ने चंद्रयान-3 के डेटा का उपयोग करके एक नया इतिहास रच दिया है
✅ चंद्र सतह की बनावट
✅ गड्ढों के निर्माण की प्रक्रिया
✅ भूवैज्ञानिक इतिहास की नई जानकारियां
भूवैज्ञानिक मानचित्रण से क्या पता चला?
🏛 संस्थानों का योगदान:
🔹 भौतिक अनुसंधान प्रयोगशाला, अहमदाबाद
🔹 पंजाब विश्वविद्यालय, चंडीगढ़
🔹 इसरो की इलेक्ट्रो-ऑप्टिक्स सिस्टम प्रयोगशाला
शोध में किसने सहयोग किया?
🌑 चंद्रमा के विकास को समझने में सहायता
🛰️ भविष्य के अंतरिक्ष अभियानों के लिए नई दिशाएं
🔭 चंद्र अन्वेषण में भारत की अग्रणी भूमिका
चंद्रमा के अध्ययन में कैसे मदद मिलेगी?
भारत ने चंद्रमा पर नए आयाम जोड़े!
🚀 यह उपलब्धि चंद्र मिशन और भविष्य के अनुसंधानों के लिए एक बड़ा कदम है
भारत की अंतरिक्ष यात्रा